आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आश्वासन के बाद स्थगित किया आंदोलन

पिछले 59 दिन से चली आ रही आंगनबाड़ी की हड़ताल खत्म हो गई है। सीएम के प्रतिनिधि के तौर पर मेयर सुनील उनियाल गामा और भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट ने इसकी मध्यस्था की। शासन स्तर पर कमेटी गठित कर 10 मार्च तक उनकी मांगों पर ठोस निर्णय लेने, बर्खाश्त कार्यकर्ताओं का वापस सेवा में रखने और हड़ताल की अवधि का वेतन न कटाने का आश्वासन पर आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया गया।


मंगलवार दोपहर में हड़ताली आंगनबाड़ी कर्मचारियों को भाजपा महानगर में मेयर सुनील उनियाल गामा और भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट से वार्ता का निमंत्रण मिला। एक प्रतिनिधिमंडल दोनों नेताओं से मिला। जहां मेयर सुनील उनियाल और अध्यक्ष भट्ट ने आंगनबाड़ी कर्मचारियों को सीएम का संदेश दिया। कहा कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है। मौके से मेयर ने बाल विकास परियोजना की निदेशक झरना कमठान से फोन पर बात की। आंगनबाड़ी नेताओं को आश्वासन दिया कि सरकार एक कमेटी बना रही है, जो 10 मार्च से पहले अपनी रिपोर्ट देगी, इस रिपोर्ट के आधार पर आंगनबाड़ी कर्मचारियों के हक में फैसला लिया जाएगा। मेयर सुनील उनियाल गामा ने उन्हें आश्वासन दिया कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा, जिन्हें हटाया गया है, उनकी बहाली की जाएगी। साथ ही हड़ताल की अवधि का वेतन भी नहीं काटा जाएगा। आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी बार-बार उनसे यह लिखित तौर पर मांगती रही। मेयर ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके ही बीच में है और अगर ऐसा कुछ होता है, तो उनके साथ खड़े होंगे। इस दौरान मेयर ने कहा कि आप लोग इसकी रिकार्डिंग कर लें और हम भी रिकार्डिंग कर रहे हैं। यह सब ऑन रिकार्ड है। इसके बाद वह आमरण अनशन खत्म करने और हड़ताल स्थगित करने को तैयार हुए।